अवैध कब्जेदारों पर नगर पालिका सख्त: जेसीबी और बाउंसरों के साथ कार्रवाई की चेतावनी
नालों पर अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं: अध्यक्ष प्रदीप दीक्षित की कड़ी चेतावनी
“खुद हटाओ कब्जा, नहीं तो तोड़ा जाएगा”: सिकंदराबाद पालिका अध्यक्ष का अल्टीमेटम
नालों की सफाई में अड़चन बना अतिक्रमण: नगर पालिका करेगी बुलडोजर कार्रवाई
“नालियों से कब्जा हटाओ, वरना जिम्मेदार खुद होंगे”: पालिका अध्यक्ष का सख्त संदेश
सिकंदराबाद नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप दीक्षित ने नालों की सफाई में बाधा बन रहे अवैध कब्जों पर सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है—”कब्जा हटाओ, वरना जेसीबी आएगी”
सिकंदराबाद: सिकंदराबाद नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप दीक्षित ने नगर में नालों की सफाई को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। पालिका अध्यक्ष का कहना है कि नगर में नालों की सफाई ना हो पाने का मुख्य कारण नालों के किनारे किए गए अवैध कब्जे हैं। उनके अनुसार, लोगों द्वारा नालों पर अतिक्रमण किए जाने के कारण जेसीबी मशीनें अंदर नहीं जा पातीं, और इसी वजह से सफाईकर्मी भी सफाई नहीं कर पाते।
उन्होंने साफ कहा है कि नालों की सफाई में सबसे बड़ी बाधा अवैध कब्जे हैं, जिन्हें हटाना अब प्रशासन की प्राथमिकता है।
सफाईकर्मियों के लिए सुरक्षा अनिवार्य
पालिका अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोई भी सफाईकर्मी बिना सुरक्षा उपकरणों के नालों में नहीं उतरेगा और न ही सिर पर मैला उठाएगा। इसके बावजूद नगर में सफाई कार्य बाधित है, जिसका मुख्य कारण नालों पर हुए अतिक्रमण हैं।
अवैध कब्जों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
प्रदीप दीक्षित ने जनता से सीधा संवाद करते हुए कहा,
“नागरिक स्वेच्छा से अपने अवैध कब्जे हटा लें, वरना नगर पालिका अपने बाउंसरों और जेसीबी मशीनों के साथ तोड़फोड़ की कार्रवाई करेगी।“
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग अतिक्रमण किए बैठे हैं, वे खुद जिम्मेदार होंगे अगर उनका निर्माण गिराया गया।
गंदगी के लिए कौन है जिम्मेदार?
पालिका अध्यक्ष ने मीडिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि
“मीडिया केवल नालों की गंदगी दिखाती है, पर यह नहीं दिखाती कि नालों के ऊपर कब्जा करके समस्या को कौन बढ़ा रहा है”
उन्होंने बताया कि अधिकतर बाजार क्षेत्रों में व्यापारियों ने नालियों पर चबूतरे बनाकर कब्जा कर रखा है जिससे नालियाँ दिखाई ही नहीं देतीं और सफाई नहीं हो पाती।
बारिश में जलभराव की बड़ी वजह
नालियों के जाम होने से हल्की बारिश में भी सड़कों पर पानी भर जाता है, जिससे नगरवासी परेशानी में आ जाते हैं और सारा दोष नगर पालिका पर डालते हैं।
नगरवासियों से अपील
प्रदीप दीक्षित ने नगरवासियों से अपील करते हुए कहा,
“नालियों पर किए गए अवैध निर्माण स्वयं हटाएं। यदि ऐसा नहीं किया गया तो हम कठोर प्रशासनिक कदम उठाने को बाध्य होंगे।“
यह मामला न केवल सफाई व्यवस्था से जुड़ा है, बल्कि यह प्रशासनिक कार्यप्रणाली, नागरिक जिम्मेदारी और स्थानीय विकास के बीच संतुलन को लेकर भी गंभीर प्रश्न खड़े करता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि नगर प्रशासन इस चेतावनी को अमलीजामा पहनाने में कितना सफल होता है।