बुलंदशहर: पोती की उम्र की बच्ची के साथ अघेड़ ने गलत काम किया। वहीं हवस मिटाने के लिए उसने बकरी के साथ कृत्य किया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो विभाग ने उसके निलंबन की फाइल भेजी है। वहीं पुलिस ने आरोपित कृषि विभाग के अधिकारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भिजवाया।
सलेमपुर थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर निवासी 58 वर्षीय गजेंद्र पुत्र धर्मपाल शिकारपुर तहसील पर तैनात शिकारपुर तहसील पर एडीओ पीपी/वरिष्ठ प्राविधिक सहायक के पद पर तैनात है। गजेंद्र का अहमदगढ थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी अनुसूचित जाति के व्यक्ति के घर आना था। सोमवार की शाम पांच बजे गजेंद्र अनुसूचित जाति के व्यक्ति के घर पहुंचा। उस समय ग्रामीण की दस वर्षीय बेटी घेर पर अकेली थी।
हवस मिटाने के लिए बकरी से घिनाैना कृत्य आरोप है कि आरोपित एडीओ पीपी ने बच्ची के साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दी। अधेड़ एडीओ ने बच्ची के साथ ने दुष्कर्म किया। इसके बाद हवस मिटाने के लिए घेर में बंध रही बकरी के साथ भी घिनौना कृत्य किया। गांव के किसी व्यक्ति ने इस घटना की वीडियो बना ली। मंगलवार को घटना की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दी गई।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा पीड़ित बच्चे के पिता ने अहमदगढ़ थाने पर आरोपित के खिलाफ तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। सीओ शिकारपुर शोभित कुमार का कहना है कि आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया है। पीड़ित बच्ची को मेडिकल के लिए भेजा गया है। घटना के समय किसी पड़ोसी ने वीडियो बनाया है।
पीड़ित दलित परिवार से मुलाकात करने पहुंचे डीएम, एसएसपी
घटना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के के संज्ञान लेते ही डीएम चन्द्र प्रकाश सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार गांव में देर रात पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। डीएम ने सरकार द्वारा आर्थिक सहायता के रूप में आठ लाख पच्चीस हजार रुपए की धनराशि शीघ्र दिलाने के लिए शासन को स्वीकृति के लिए रिपोर्ट भेज दी है। वहीं पीड़ित परिवार को एसएसपी द्वारा पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है।