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स्वच्छता सर्वेक्षण 2025: सिकंदराबाद नगर पालिका में 25 बिंदुओं पर सर्वेक्षण शुरू

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सिकंदराबाद: स्वच्छता को लेकर देशभर में चल रहे अभियानों के तहत स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसी क्रम में सिकंदराबाद नगर पालिका में केंद्र सरकार द्वारा गठित विशेष टीम ने सर्वेक्षण शुरू किया है। यह टीम सफाई व्यवस्था को लेकर 25 प्रमुख बिंदुओं की जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी।

नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी डाअश्विनी कुमार सिंह ने बताया कि जिले की सभी नौ नगर पालिकाओं और आठ नगर पंचायतों में चरणबद्ध तरीके से स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाएगा।

सर्वेक्षण के मुख्य बिंदु

सर्वेक्षण के तहत निम्नलिखित पहलुओं की गहन जांच की जा रही है:

  1. सफाई व्यवस्था: सार्वजनिक स्थानों, गलियों, मुख्य बाजारों एवं अन्य क्षेत्रों में स्वच्छता की स्थिति।
  2. घर एवं दुकानें: नागरिकों द्वारा अपने घरों और दुकानों के आसपास सफाई बनाए रखने की स्थिति।
  3. आवासीय एवं व्यावसायिक क्षेत्र: इन क्षेत्रों में कूड़ा प्रबंधन, सफाई व्यवस्था, और स्वच्छता की स्थिति।
  4. मलिन बस्तियां: झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों में सफाई की स्थिति और कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था।
  5. स्कूल एवं शिक्षण संस्थान: विद्यालयों में शौचालय, पीने के पानी एवं सफाई की स्थिति।
  6. जलकल संस्था: पानी की आपूर्ति एवं उसकी स्वच्छता।
  7. पानी की निकासी व्यवस्था: बरसात में जलभराव की समस्या एवं नालों की सफाई व्यवस्था।
  8. सूखा एवं गीला कूड़ा प्रबंधन: कूड़ा अलग-अलग संग्रह करने की व्यवस्था।
  9. सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (STP): सीवर के उचित निस्तारण की स्थिति।
  10. कचरा प्रबंधन एवं रिसाइकलिंग: कूड़े के पुनः उपयोग एवं निस्तारण की प्रक्रिया।

नगर पालिका की तैयारी

सर्वेक्षण के दौरान किसी भी तरह की कमी न रहे, इसके लिए नगर पालिका ने पहले से ही सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। सफाई कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सार्वजनिक स्थलों की नियमित सफाई करें और कूड़े के उचित निस्तारण को प्राथमिकता दें।

इसके अलावा, नागरिकों को भी स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की जा रही है। लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे कूड़ा इधर-उधर न फेंके, सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग रखें, और सफाई कर्मचारियों को सहयोग दें।

स्वच्छ भारत मिशन को मिलेगी मजबूती

स्वच्छता सर्वेक्षण का उद्देश्य स्वच्छ भारत मिशन को और अधिक प्रभावी बनाना है। केंद्र सरकार की यह पहल शहरों को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ बनाने के लिए चलाई जा रही है। सर्वेक्षण में अच्छे अंक प्राप्त करने से नगर पालिकाओं को केंद्र सरकार से अतिरिक्त संसाधन भी मिल सकते हैं, जिससे सफाई व्यवस्था को और बेहतर किया जा सकेगा।

नागरिकों की भागीदारी महत्वपूर्ण

स्वच्छता सर्वेक्षण की सफलता सिर्फ नगर पालिका या सफाई कर्मियों पर निर्भर नहीं करती, बल्कि इसमें आम जनता की भी अहम भूमिका होती है। यदि नागरिक कूड़ा सही तरीके से फेंकें, नालियों को अवरुद्ध न करें, और खुले में शौच न करें, तो शहर की सफाई व्यवस्था बेहतर होगी।

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