नहीं जाग रहा सिकंदराबाद नगर पालिका प्रशासन,रामवाड़ा स्थित नाले की सफाई पर ध्यान नहीं
सिकंदराबाद: नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के चलते शहर के रामवाड़ा क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। यहां बहने वाला प्रमुख नाला गोबर, पॉलीथिन और कचरे से पूरी तरह चोक हो चुका है, जिससे जल निकासी ठप हो गई है। नाले से उठने वाली दुर्गंध के कारण आसपास के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। स्थानीय निवासियों ने कई बार नगर पालिका प्रशासन से इसकी सफाई की मांग की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
नाले की हालत बदतर, हर समय बना रहता है जलभराव
रामवाड़ा क्षेत्र के इस नाले की सफाई काफी समय से नहीं हुई है। इस वजह से इसमें लगातार कूड़ा-कचरा जमा होता जा रहा है। गंदगी के कारण नाले का पानी जाम हो चुका है,स्थानीय लोग शिकायत कर-करके थक चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
बदबू और बीमारियों का खतरा
नाले में कचरे के अलावा गोबर और पॉलीथिन के जमा होने से सड़ांध उठ रही है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हो रही है। खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह समस्या गंभीर होती जा रही है। जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
नगर पालिका प्रशासन की अनदेखी
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे कई बार इस समस्या को लेकर नगर पालिका कार्यालय गए, लेकिन हर बार केवल आश्वासन देकर लौटा दिया गया। नाले की सफाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।
जनप्रतिनिधियों से भी नहीं मिल रहा सहयोग
स्थानीय सभासद और नगर पालिका अधिकारी इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। क्षेत्र के निवासी बताते हैं कि उन्होंने अपने जनप्रतिनिधियों से भी कई बार गुहार लगाई, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। लोगों को अब यह डर सता रहा है कि यदि जल्द ही नाले की सफाई नहीं हुई, तो आने वाले समय में यह क्षेत्र संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ सकता है।
प्रशासन कब जागेगा?
अब सवाल यह उठता है कि क्या नगर पालिका प्रशासन केवल शिकायतें सुनने और आश्वासन देने तक ही सीमित रहेगा, या फिर नाले की सफाई के लिए कोई ठोस कदम भी उठाएगा? स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस नाले की तत्काल सफाई कराई जाए और भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों, इसके लिए उचित व्यवस्था की जाए।