सिकंद्राबाद: प्रसिद्ध सूफ़ी संत हाजी बाबा अब्दुल रशीद साबरी रहमतुल्लाह अलैह का 53वाँ वार्षिक उर्स अक़ीदत ओ अहतराम से (श्रद्धा पूर्वक) मनाया गया। गद्दी नशीन सूफ़ी शरीफ़ अहमद ने देश और दुनिया की तरक़्क़ी व अम्न ओ शांति के लिए विशेष प्रार्थना की।
गुरूवार को मौहल्ला रिसालदारान स्थित कूंचा साबरी में सूफ़ी संत हाजी बाबा अब्दुल रशीद साबरी रहमतुल्लाह अलैह के 53 वें उर्स का आग़ाज़ पवित्र क़ुरान के पाठ से हुआ। सूफ़ी शरीफ़ अहमद साबरी ने 20 जून 1971 से जारी ज़िक्र कराया। दरगाह हाजी बाबा मिस्कीन शाह ताजी के मुतवल्ली सैयद ताजुद्दीन शाह मिस्कीनी ने दुआ कराई। ज़िक्र के समापन पर अक़ीदतमंदों को खीर और शरबत का प्रसाद वितरित किया गया।
इस अवसर पर सूफ़ी बाबुद्दीन शाह, पीरज़ादा सैयद सज्जाद शाह मिस्कीनी,सैयद वली शाह मिस्कीनी , नाज़िम पठान, सूफ़ी सईद ग़ाज़ी, इमरान ग़ाज़ी, मुतीब ख़ान, सूफ़ी पहलवान ग़ाज़ी, हाफ़िज़ जी ग़ाज़ी आदि सहित दर्जनों अक़ीदतमंद मौजूद रहे।