कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज, बुलंदशहर में पहली बार गंभीर पीलिया से पीड़ित समय से पहले जन्मे नवजात शिशु पर सफलतापूर्वक संपूर्ण रक्त विनिमय किया गया। अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2025 के अवसर पर NICU में समारोह का आयोजन कर टीम की सराहना की गई।
बुलंदशहर: कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज (KSGMC), बुलंदशहर के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में नवजात देखभाल के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की गई है। यहां पहली बार एक गंभीर पीलिया से ग्रसित अत्यंत समय से पहले जन्मे, केवल 1.5-1.6 किलोग्राम वजन वाले शिशु पर सफलतापूर्वक संपूर्ण रक्त विनिमय (एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन) किया गया।
यह उपलब्धि तब और भी महत्वपूर्ण बन जाती है जब शिशु की सामाजिक-आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर हो। यह प्रक्रिया निजी अस्पतालों में अत्यधिक महंगी होती है, जिसे परिवार वहन नहीं कर सकता था। लेकिन केएसजीएमसी की समर्पित टीम ने यह कार्य पूरी तरह निःशुल्क, बिना किसी जटिलता के सफलता पूर्वक संपन्न किया।
इस सफलता का श्रेय कॉलेज की प्राचार्य डॉ.मनीषा जिंदल के कुशल नेतृत्व,बाल रोग विभाग की एचओडी डॉ.नेहा ठाकुर के मार्गदर्शन,और एनआईसीयू के नोडल अधिकारी डॉ.अरुण के सहयोग तथा ब्लड बैंक और एनआईसीयू की समर्पित टीम को जाता है। सावधानीपूर्वक निगरानी और सहायक देखभाल के चलते अब बच्चा स्वस्थ है, भोजन ले रहा है और निरंतर वृद्धि कर रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस पर मनाया गया उत्सव
इस ऐतिहासिक अवसर और अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2025 के उपलक्ष्य में एनआईसीयू विभाग में केक काटने का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चे की मां,एनआईसीयू स्टाफ और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी शामिल हुए। प्राचार्य डॉ.मनीषा जिंदल ने इस सफलता पर टीम को बधाई दी और संस्थान में नवजात देखभाल की उत्कृष्टता को निरंतर बनाए रखने का संकल्प दोहराया।
नर्सिंग क्विज प्रतियोगिता का आयोजन
समारोह के दौरान डॉ.ब्रजेंद्र सिंह द्वारा एनआईसीयू कौशल पर आधारित नर्सिंग क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें विजेताओं को सम्मानित किया गया:
प्रथम पुरस्कार: नर्सिंग अधिकारी वर्षा और सुनील कुमार
द्वितीय पुरस्कार: नर्सिंग अधिकारी शोबी
तृतीय पुरस्कार: स्टाफ नर्स ज़ैनब
पुरस्कार वितरण डॉ. नेहा ठाकुर और डॉ.ब्रजेंद्र सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सीएमएस डॉ. अजय पटेल,डीएमएस डॉ. संजय मिश्रा,ओएसडी डॉ.विनोद,डॉ.ममता,डॉ.क्राति, डॉ.पारुल,डॉ.अनुभव पांडे, एनआईसीयू इंचार्ज मोनिका जी सहित समस्त एनआईसीयू स्टाफ मौजूद रहा।
यह उपलब्धि बुलंदशहर जिले में उन्नत नवजात देखभाल के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है और यह सिद्ध करती है कि सरकारी संस्थान भी संसाधनों और समर्पण के बल पर समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए जीवनदायिनी सेवा प्रदान कर सकते हैं।