ककोड़: क्षेत्रीय किसान सभा ककोड़ के बैनर तले किसानों ने बुधवार को बिजली के निजीकरण और अन्य जनहित समस्याओं को लेकर ककोड़ बिजली घर पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक ज्ञापन अवर अभियंता को सौंपा।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए किसान सभा नेता कामरेड अब्दुल हक ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बिजली के निजीकरण का निर्णय आम जनता, किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा। यदि बिजली निजी हाथों में गई तो इसका सीधा असर किसानों की खेती, मजदूरों की आजीविका और आम नागरिकों की घरेलू जरूरतों पर पड़ेगा।
धरने को संबोधित करते हुए कामरेड मेघराज सिंह ने कहा कि बिजली निजीकरण न सिर्फ आम जनता, बल्कि बिजली विभाग के नियमित व संविदा कर्मचारियों को भी संकट में डाल देगा। उन्होंने निजीकरण के खिलाफ एक व्यापक जन आंदोलन की आवश्यकता पर बल दिया।
धरने में भूदत्त शर्मा, अमरपाल सिंह, नरेंद्र सिंह, नीरपाल सिंह, मदनपाल सिंह, शीशपाल सिंह, महेंद्र सिंह, कुशलपाल सिंह, सोनू सिंह समेत कई किसान शामिल रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भूपेंद्र सिंह ने की जबकि संचालन अब्दुल हक ने किया।
प्रदर्शन के अंत में किसानों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने बिजली निजीकरण की नीति को वापस नहीं लिया तो प्रदेश भर में बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।