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HMPV Virus;एचएमपीवी से बचाव ही सर्वोत्तम उपचार है,वायरस से संक्रमित होने के लक्षण क्या हैं?

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  • विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में एचएमपीवी से घबराने की ज़रूरत नहीं है
  • केवल सावधानी बरतें
  • एचएमपीवी यानी ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस की चर्चा है
एचएमपीवी क्या है?
एचएमपीवी का पूरा नाम ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस है। कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने इसके लक्षणों के बारे में जानकारी दी है।

इसके मुताबिक,इस वायरस के संक्रमण के लक्षणों में खांसी,बुख़ार,नाक बंद होना,सांस लेने में तकलीफ़ होना और फ़्लू शामिल हैं। ज़्यादा गंभीर मामलों में इससे ब्रोंकाइटिस या निमोनिया भी हो सकता है।

एचएमपीवी फैलता कैसे है?

ये वायरस छींक से निकली बूंदों,क़रीबी संपर्क और दूषित जगहों को छूने के बाद मुंह,नाक या आंखों को छूने से भी फैलता है। इसका असर छोटे बच्चों,बुजुर्गों और कम इम्युनिटी वाले लोगों पर ज़्यादा होता है।

एचएमपीवी संक्रमण से कैसे बचें?

डॉक्टर के अनुसार एमएमपीवी वायरस संक्रमित व्यक्ति या अगर किसी को सर्दी ज़ुक़ाम है तो उससे दूरी बनाएं।

खांसते-छींकते वक़्त मुंह पर रुमाल या कपड़ा रखें.खांसने और छींकने के लिए अलग रुमाल या तौलिए का इस्तेमाल करें,जिसे कुछ घंटों के बाद साबुन से धो दें।

अगर आपको सर्दी ज़ुक़ाम है,तो मास्क पहन कर रखें। घर पर रहें और आराम करें। बाहर न जाएं।

पानी पीते रहें और पोषक खाद्य पदार्थ खाएं। पहले से ही सांस की कोई बीमारी है,तो अपना ख़ास ख़्याल रखें। बिना डॉक्टर के परामर्श से दवाएं न लें।

भारत में अब तक एचमपीवी से जुड़े कितने केस?

भारत में एचएमपीवी से जुड़े 8 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से पहले मामले सोमवार को आए थे, जब कर्नाटक में दो बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इनमें से एक संक्रमित बच्चे को डिस्चार्ज भी कर दिया गया। इसके बाद एक के बाद तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र में एचएमपीवी से जुड़े केस दर्ज हुए।

भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का क्या कहना है

भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यह चिंता के विषय नहीं है। एक सामान्य श्वसन तंत्र का वायरस है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र एनसीडीसी देश में श्वसन और मौसमी और न्फ्रलूएंजा की बारीकी से निगरानी कर रहा है। चीन के इस वायरस के कारण सभी अंतरराष्ट्रीय एजेंसी एक दूसरे के संपर्क में हैं। देश के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉक्टर अतुल गोयल ने कहा कि चीन में मैटान्यूमो वायरस का एक आउटब्रेक है। चीन वाला वायरस गंभीर है। पर ऐसा नहीं लगता कि भारत में किसी गंभीर स्थिति की संभावना है। यहां पर मैटान्यूमो वायरस एक नॉर्मल रेस्पिरेट्री वायरस है जो जुकाम जैसी बीमारी करता है। कुछ लोगों में फ्लू जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। लेकिन यह अधिकतर बुजुर्गों और 1 साल से कम उम्र के बच्चों में ही दिखाई देते हैं। यह ऐसी सीरियस बीमारी नहीं कि हम कोरोना जैसे डर जाए।

कोविड-19 जैसा वायरस नहीं

चीन में इस वायरस के संक्रमण से जुड़े केस बढ़ने की वजह लोग भारत में भी लोग डरने लगे। कुछ लोग इस बीमारी की तुलना कोविड-19 से करने लगे,जिससे बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा कहा कि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। उन्होंने कहा कि पहली बार इसकी पहचान साल 2001 में हुई थी और यह सालों से दुनिया भर में फैल रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चीन में HMPV के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है,जिस पर भारत सरकार नजर बनाए हुई है।

“आमतौर पर सर्दियों और वसंत के दौरान ऐसे संक्रमण अधिक हो सकते हैं। इनका अलग-अलग इलाक़ों में अलग-अलग असर होता है. हमें घबराने की बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं है।”

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