बुलंदशहर: हर साल आयोजित होने वाली ऐतिहासिक जिला कृषि,औद्योगिक एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी (नुमाइश) की तैयारियाँ इस बार और भी भव्य स्तर पर की जा रही हैं। इस संदर्भ में जिलाधिकारी श्रुति ने संबंधित अधिकारियों,प्रदर्शनी समिति के पदाधिकारियों और अन्य संबंधित लोगों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक में इस प्रदर्शनी को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई और सुझावों को शामिल करने का निर्णय लिया गया।
प्रदर्शनी को लेकर जिलाधिकारी ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश
जिलाधिकारी श्रुति ने बैठक में कहा कि बुलंदशहर की यह प्रदर्शनी न केवल जिले की संस्कृति और उद्योगों को प्रदर्शित करने का माध्यम है, बल्कि यह स्थानीय व्यापारियों,कलाकारों और किसानों के लिए भी एक बड़ा मंच प्रदान करती है। उन्होंने निर्देश दिए कि इस बार प्रदर्शनी को और अधिक व्यवस्थित,आकर्षक और लोकहितकारी बनाने के लिए समुचित व्यवस्थाएँ की जाएँ।
उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि प्रदर्शनी स्थल पर स्वच्छता,सुरक्षा,बिजली,पानी और यातायात प्रबंधन की विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, प्रदर्शनी में आने वाले आगंतुकों की सुविधा का विशेष ध्यान रखने के लिए उचित प्रबंध किए जाने के आदेश दिए।
कृषि और उद्योगों को मिलेगा नया मंच
बैठक में यह तय किया गया कि कृषि क्षेत्र में उन्नत तकनीकों, जैविक खेती, नवीनतम उपकरणों और कृषि से जुड़े विभिन्न नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए विशेष स्टॉल लगाए जाएँगे। इससे किसानों को नवीनतम जानकारियाँ मिलेंगी और वे अपने खेतों में आधुनिक तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
इसके साथ ही, स्थानीय उद्योगों और हस्तशिल्प को भी प्रमुखता दी जाएगी। कई उद्योगपति और व्यापारिक संस्थाएँ इस प्रदर्शनी में भाग लेंगी, जिससे न केवल स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि निवेश और रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
संस्कृति और मनोरंजन का होगा विशेष आयोजन
प्रदर्शनी का एक महत्वपूर्ण पहलू इसका सांस्कृतिक कार्यक्रम भी है। इस बार लोक संस्कृति को जीवंत बनाने के लिए लोक कलाकारों, नृत्य समूहों और संगीतकारों को आमंत्रित किया जाएगा। विभिन्न विद्यालयों और संस्थानों के छात्रों के लिए भी कला, संगीत और नृत्य प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी, जिससे युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।
इसके अलावा, प्रदर्शनी में झूले,खाद्य स्टॉल,मेले की पारंपरिक दुकानें और बच्चों के मनोरंजन के लिए विशेष कार्यक्रम भी रखे जाएँगे,जिससे सभी आयु वर्ग के लोग इसका आनंद ले सकें।
यातायात की सुचारू व्यवस्था बनाए रखने के लिए पार्किंग और ट्रैफिक मैनेजमेंट को बेहतर करने के आदेश दिए गए हैं। जिससे प्रदर्शनी में आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।