कान्स 2025 में सिकंदराबाद की 17 वर्षीय नितांशी गोयल का शानदार डेब्यू, “लापता लेडीज़” की फूल कुमारी बनीं इंटरनेशनल सेंसेशन। जानें उनके सफर की प्रेरक कहानी
सिकंदराबाद: बुलंदशहर जिले के छोटे से कस्बे सिकंदराबाद की होनहार बेटी नितांशी गोयल ने कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 में डेब्यू कर इतिहास रच दिया है। 17 वर्षीय नितांशी ने आमिर खान प्रोडक्शन की फिल्म लापता लेडीज़ में “फूल कुमारी” की भूमिका निभाकर दर्शकों का दिल जीता था। यह फिल्म न केवल भारत की आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टि रही, बल्कि इस फिल्म के लिए नितांशी को IIFA 2025 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिला,जिससे वे इस सम्मान को प्राप्त करने वाली सबसे युवा भारतीय अभिनेत्री बन गईं।
रेड कार्पेट पर दिखेगा आत्मविश्वास और भारतीय संस्कृति का संगम
15 मई को नितांशी रेड कार्पेट पर चलेंगी और एक अंतरराष्ट्रीय मेकअप ब्रांड के प्रतिनिधि के रूप में कान्स फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लेंगी। उन्होंने कहा,
“मैं हर उस भारतीय लड़की का प्रतिनिधित्व कर रही हूं जो बड़े सपने देखती है और उन्हें पूरा करने के लिए तैयार है, चाहे कुछ भी हो। यह केवल फैशन या प्रसिद्धि नहीं, बल्कि सशक्तिकरण का प्रतीक है।”
बॉलीवुड की चमक के बीच नितांशी की अलग पहचान
इस बार कान्स रेड कार्पेट पर आलिया भट्ट, ऐश्वर्या राय बच्चन, जान्हवी कपूर, करण जौहर, जैकलीन फर्नांडिस जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चित चेहरा नितांशी गोयल का है। उनके साथ पारुल गुलाटी भी पहली बार कान्स में शिरकत कर रही हैं।
नितांशी की मासूमियत, आत्मविश्वास और एक्टिंग टैलेंट पहले से ही इंडस्ट्री में सराहे जा रहे हैं और अब उनका यह इंटरनेशनल डेब्यू एक बड़ा माइलस्टोन माना जा रहा है।
सिकंदराबाद से मुंबई तक का सफर
नितांशी गोयल का जन्म बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद कस्बे में हुआ था। उनके पिता नितिन गोयल और माता राशि गोयल नोएडा से मुंबई शिफ्ट हो गए, जहां नितांशी ने ग्लैमर की दुनिया में कदम रखा। उनकी शुरुआत साल 2016 में महज 9 साल की उम्र में टीवी सीरियल “मन में विश्वास है” से हुई थी। आज इंस्टाग्राम पर उनके 10 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, और वह एक पॉपुलर इन्फ्लुएंसर भी बन चुकी हैं।
दादा-दादी की आंखों में चमक
नितांशी के दादा प्रेमचंद गोयल, जो नगर पालिका से सेवानिवृत्त हैं, और दादी बीना गोयल आज भी सिकंदराबाद में रहते हैं। बीना गोयल ने गर्व से बताया कि,
“नितांशी बचपन से ही होनहार रही है। आमिर खान की फिल्म “दंगल” और “थ्री इडियट्स” देखकर उसका सपना था कि वह आमिर खान से मिले,जो अब पूरा हो गया।”
वे रोज फोन पर अपने बेटे नितिन, बहू राशि और पोती नितांशी से बात करते हैं। जब उन्हें बताया गया कि नितांशी कान्स फेस्टिवल का हिस्सा बनने जा रही है, तो पूरे मोहल्ले में खुशी की लहर दौड़ गई।
दादा-दादी की 50वीं शादी की सालगिरह पर सिकंदराबाद लौटी थी नितांशी गोयल, परिवार से जुड़ाव आज भी गहरा
कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 में डेब्यू करने जा रहीं अभिनेत्री नितांशी गोयल न केवल एक प्रतिभाशाली कलाकार हैं, बल्कि परिवार के प्रति अपने प्रेम और जुड़ाव के लिए भी जानी जाती हैं।
नितांशी के दादा प्रेमचंद गोयल, जो नगर पालिका से सेवानिवृत्त हैं, ने बताया कि, “22 नवंबर 2022 को हमारी शादी की 50वीं सालगिरह थी। उस खास मौके पर नितांशी मुंबई से सीधे सिकंदराबाद आई थी। उसने हमारे साथ पूरा दिन बिताया, कार्यक्रम में शामिल हुई और हमें बहुत खुशी दी। वह आज भी हमारे बेहद करीब है और हर खास दिन पर हमारे साथ होती है।”
दादी बीना गोयल ने भावुक होते हुए कहा, “वो चाहे कितनी भी बड़ी स्टार बन जाए, हमारे लिए वही हमारी प्यारी पोती है। रोज हमसे बात करती है, और हर छोटी-बड़ी बात शेयर करती है।”
आज जब नितांशी अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं, तो सिकंदराबाद के हर निवासी को उस पर गर्व है। लेकिन यह भी स्पष्ट है कि सफलता के इस सफर में उसके पारिवारिक संस्कार और अपनों से जुड़ाव ने एक मजबूत आधार दिया है।

सिकंदराबाद से नोएडा तक,बेटी नितांशी गोयल के सपनों की मजबूत नींव रखने वाले पिता
नितांशी गोयल की सफलता के पीछे उनके पिता नितिन गोयल का संघर्ष और समर्पण भी कम नहीं रहा है। सिकंदराबाद कस्बे के निवासी नितिन गोयल ने अग्रसेन पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के बाद उन्हें नोएडा में बैंकिंग सेक्टर में नौकरी मिली।
बेटी नितांशी के जन्म के बाद उन्होंने परिवार सहित नोएडा शिफ्ट होने का निर्णय लिया, ताकि बेटी को बेहतर माहौल और अवसर मिल सके। यही निर्णय नितांशी के करियर की नींव बना।
नोएडा में नितांशी की परवरिश हुई और यहीं से उसने अभिनय की दुनिया में कदम रखा। आज नितांशी गोयल 2025 के कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और दुनिया भर में बुलंदशहर, खासकर सिकंदराबाद का नाम रोशन कर रही हैं।
नितिन गोयल का यह सफर न केवल एक पिता की जिम्मेदारी को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सही समय पर लिए गए फैसले बच्चों के भविष्य को कितनी ऊँचाइयों तक ले जा सकते हैं।
युवा भारत की प्रेरणा बनी नितांशी
नितांशी की यह उपलब्धि न सिर्फ उनके करियर के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि यह देश की हर उस लड़की के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखती है। नितांशी ने दिखा दिया कि प्रतिभा,मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर कोई भी ग्लोबल मंच पर अपनी जगह बना सकता है।
15 मई को नजरें होंगी रेड कार्पेट पर
अब सबकी निगाहें 15 मई पर टिकी हैं, जब भारत की ये युवा प्रतिनिधि कान्स के रेड कार्पेट पर अपनी उपस्थिति से देश का नाम रोशन करेंगी। सिकंदराबाद की गलियों से निकलकर इंटरनेशनल फेस्टिवल तक पहुंचने वाली नितांशी गोयल सचमुच “भारत की नई प्रेरणा” बन गई हैं।