बुलंदशहर: भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) नोएडा शाखा कार्यालय ने प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAY-G) के लाभार्थियों को निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से संबंधित जानकारी देने के लिए एक “मानक मंथन” कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न ग्राम पंचायतों के अध्यक्ष, सचिव और प्रमुख उद्योगों जैसे सीमेंट संयंत्र, तार उद्योग और ट्यूब उद्योग के सदस्य शामिल हुए।
इस कार्यक्रम का आयोजन बीआईएस नोएडा शाखा कार्यालय के निदेशक विक्रांत के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पीएमएवाई-ग्रामीण के लाभार्थियों को उन मानकों के बारे में जागरूक करना था, जिन्हें वे अपने घरों के निर्माण के दौरान अपनाकर गुणवत्ता सुनिश्चित कर सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन बीआईएस नोएडा शाखा के सहायक निदेशक और वैज्ञानिक रसुजीत चौंगदर ने किया। उन्होंने बीआईएस प्रमाणित उत्पादों के उपयोग के महत्व पर जोर देते हुए लाभार्थियों को बीआईएस केयर ऐप के माध्यम से उत्पादों की प्रमाणिकता की जांच करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इस ऐप की मदद से लोग नकली और घटिया गुणवत्ता वाली सामग्री से बच सकते हैं और अपने घरों को मजबूती प्रदान कर सकते हैं।
चौंगदर ने बताया कि बीआईएस प्रमाणित निर्माण सामग्री का उपयोग राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप भवन निर्माण को सुनिश्चित करता है, जिससे ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित और टिकाऊ आवास मिलते हैं। इस पहल की सभी उपस्थित व्यक्तियों ने सराहना की और इसे पीएमएवाई-ग्रामीण के तहत लाभार्थियों के लिए एक उपयोगी प्रयास बताया।