सिकंदराबाद में सिरोंधन रोड पर नाले की सफाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। मामा-भांजे पुल से आशीर्वाद मैरिज होम तक कूड़े और गंदगी का अंबार जमा।
सिकंदराबाद: नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के दावे करने वाली नगर पालिका की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। सिरोधन रोड पर मामा-भांजे के पुल से लेकर आशीर्वाद मैरिज होम तक फैली गंदगी से साफ जाहिर होता है कि नाले की सफाई व्यवस्था केवल कागजों तक ही सीमित रह गई है।
रामबाड़ा चुंगी से शुरू होकर गुलावठी रोड होते हुए सिरोधन रोड की ओर जाने वाला यह मुख्य नाला जगह-जगह कचरे, गोबर और गंदगी से भरा पड़ा है। 40 फुटा रोड पर स्थित नाले में कूड़े का इतना अंबार जमा है कि पानी की निकासी पूरी तरह से बाधित हो गई है। इससे क्षेत्र में बदबू फैल रही है और संक्रमण व बीमारी का खतरा बना हुआ है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि वे कई बार नगर पालिका से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन हर बार जेसीबी से सिर्फ कूड़े को एक ओर धकेल कर खानापूर्ति कर दी जाती है। स्थायी समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नाले के दोनों ओर उगी झाड़ियां समस्या को और विकराल बना रही हैं।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि नगर पालिका के सफाई निरीक्षक पूरी तरह से उदासीन हैं। बार-बार शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा समस्या की अनदेखी की जा रही है।
यह स्थिति न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि नगर पालिका की सफाई व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है –
क्या सफाई अभियान सिर्फ दिखावा बनकर रह गया है?