बुलंदशहर के ककोड़ क्षेत्र में एक निजी स्कूल के निरीक्षण के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी और उनके स्टाफ के साथ अभद्रता, मारपीट और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया। मामला दर्ज।
ककोड़: क्षेत्र के गांव धनौरा में एक निर्माणाधीन और गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय की शिकायत पर निरीक्षण करने पहुंची खंड शिक्षा अधिकारी कुसुम सिंह और उनके स्टाफ के साथ मारपीट और अभद्रता का मामला सामने आया है। स्कूल के प्रबंधक और उसकी पत्नी, जो स्कूल की प्रधानाचार्या भी हैं, पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि उन्हें विदिशा कॉन्वेंट स्कूल, ककोड़ के प्रबंधक द्वारा धनौरा में अवैध रूप से संचालित स्कूल में मनमानी फीस वसूलने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जिलाधिकारी के आदेश पर 19 जुलाई को निरीक्षण के लिए टीम के साथ वह मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि विद्यालय में कक्षा आठ तक की ही मान्यता है, लेकिन निर्माणाधीन भवन में कक्षा 10 तक की कक्षाएं संचालित पाई गईं।
निरीक्षण के दौरान जब खंड शिक्षा अधिकारी एक कक्षा में बच्चों से जानकारी ले रही थीं, तब स्टाफ सदस्य अमोल वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था। इसी दौरान स्कूल प्रबंधक ने उसके साथ मारपीट करते हुए उसका मोबाइल फोन छीन लिया। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा विरोध करने पर प्रबंधक की पत्नी ने भी अभद्रता की और नौकरी से निकालने की धमकी दी। आरोपितों ने यह भी कहा कि “उनकी पहुंच बहुत ऊपर तक है।”
एबीएसए कुसुम सिंह ने थाना परिसर पहुंचकर दोनों के खिलाफ नामजद तहरीर दी, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने तहरीर के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं किया।
हालांकि, थाना प्रभारी कवीश कुमार का कहना है कि मामले में उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी ने यह भी बताया कि उक्त स्कूल का पंजीकरण ककोड़ कस्बे में कक्षा आठ तक के लिए है, लेकिन यह विद्यालय धनौरा गांव में एक अवैध निर्माणाधीन भवन में संचालित किया जा रहा है और वहां कक्षा 10 तक के छात्र-छात्राएं पढ़ते पाए गए। इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।