Search

सावन के चतुर्थ सोमवार पर 70 फीट ऊंचे शिवालय में विश्व शांति एवं विश्व उन्नति हेतु किया गया पूजन एवं रुद्राभिषेक

220 Views

बुलंदशहर: श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ पर सावन के चतुर्थ सोमवार को पूजन के साथ महारुद्राभिषेक गया, सावन के चतुर्थ सोमवार को सभी शिव भक्तों के द्वारा द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ की परिक्रमा करने के उपरांत तांबे के नाग नागिन का जोड़ा विधि विधान से पूजा कर आचार्य जी के द्वारा महालिंगेश्वर महादेव को समर्पित किए गए, चतुर्थ सोमवार को महालिंग जी के रुद्राभिषेक करने के उद्देश्य को लेकर आचार्य जी ने बताया कि आज विश्व शांति एवं विश्व उन्नति हेतु विशेष पूजन किया गया है। सनातन धर्म में लिंग पूजा का विशेष महत्व है, महालिंग ऊर्जा का प्रतीक हैं और इस जीवन में सभी प्राणियों को सकारात्मक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसीलिए विशेष सकारात्मक उर्जा बनाए रखने के लिए आचार्य जी के निर्देश में सिद्ध महापीठ पर मंदिर के पुजारियों ने 7 किलोमीटर की परिक्रमा करने के पश्चात विशेष मंत्रो के साथ कर पूजन करवाया।

परिक्रमा के दौरान एवं महापीठ पर सेवादार व्यवस्था बनाने में जुटे रहे। महालिंगपूजा के द्वारा विशेष रूप से कालसर्प दोष से पीड़ित, बंधन दोष से पीड़ित एवं पित्र दोष समेत आर्थिक दोष से पीड़ित भक्तों ने तांबे का नाग नागिन का जोड़ा महालिंगेश्वर महादेव को अर्पित कर दोषों से मुक्त करने की प्रार्थना की, यह अटूट सत्य है कि श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ पर विशेष रूप से कालसर्प दोष, बंधन दोष, पितृ दोष, आर्थिक दोष जैसे दोषों से शिव भक्तों को मुक्ति मिलती है। श्री द्वादश महालिंगेश्वर सिद्ध महापीठ पर हजारों की संख्या में शिव भक्तों ने एकत्र होकर सर्वप्रथम परिक्रमा की उसके पश्चात विशेष मंत्रपूजन के द्वारा महालिंगेश्वर बाबा का अभिषेक किया। महापीठ पर सेवा व्यवस्था बनाने में कुंवरपाल सिंह, राजकुमार, राजवेंद्र सिंह, शैलू ठाकुर, संजू पंडित, आशीष, रंजीत, हरिओम सेवादारों ने सिद्धपीठ पर विशेष सहयोग दिया।

Spread the love

Published On

Leave a Comment