अयोध्या में जन्मे राम श्रद्धालुओं में रहा हर्ष का माहौल
सिकंदराबाद। नगर के मोहल्ला रामवाड़ा स्थित रामलीला मैदान में श्री आदर्श राधिका कृष्ण कला मंडल व रामलीला मंडल वृंदावन के व्यास पंकज भारद्वाज द्वारा राम जन्म की लीला का मंचन किया गया। लीला में अयोध्या में भगवान राम के जन्म के मनमोहन मंचन का श्रद्धालुओं ने जमकर आनंद लिया। जयश्रीराम के जयकारों से रामलीला मैदान गूंज उठा।
राजा दशरथ ने गुरु वशिष्ठ से अपना दुखड़ा सुनाया कि मेरे तीन पत्नियां है फिर भी मेरे कोई संतान नहीं है। राजा का दुखड़ा सुन गुरु वशिष्ठ ने राजा दशरथ को पुत्र प्राप्ति के उपाय बताए, कहा कि तुम श्रृंगी ऋषि से हवन यज्ञ कराओ। तभी तुम्हारी समस्या का समाधान होगा। राजा दशरथ के अनुरोध पर श्रृंगी ऋषि व गुरु वशिष्ठ ने संयुक्त रूप से हवन किया। हवन के उपरांत यज्ञ दत्त महाराज ने वरदान दिया और कहा कि इस खरी भरे कटोरे को ले जाओ और अपनी पत्नियों को खिला देना, आपको पुत्र की प्राप्ति अवश्य होगी।
इसके बाद राजा दशरथ को चार पुत्रों की प्राप्ति हुई। अयोध्या नगरी में धूमधाम से खुशी मनाई गई, बधाइयां गाई गई तथा आमजन नगरी के सभी नगर वासियों को मुँह मांगा पुरस्कार दिया गया तथा भगवान राम के जन्म के बाद श्रद्धालुओं को कमेटी द्वारा बधाई भी बांटी गई। लीला में चारों पुत्रों का नामकरण गुरु वशिष्ठ द्वारा श्री राम लक्ष्मण भरत व शत्रुघ्न के रूप में किया गया।