सिकंदराबाद। नगर के रामबाड़ा में श्री रामलीला कमेटी के तत्वाधान में कुंभकरण वध की लीला का मंचन किया गया। लीला में श्रद्धालुओं ने खूब जमकर आनंद उठाया।
लीला मंचन में लक्ष्मण की मूर्छा खुलने के बाद रावण ने विचलित होकर अपने भाई कुंभकरण को निद्रा से जगाया और रावण ने सारा घटनाक्रम कुंभकरण को बताया। कुंभकरण ने रावण से कहा कि श्री राम नारायण के अवतार और सीता स्वयं मां जगदंबा है। भगवान विष्णु ने राक्षसों का नाश करने के लिए अयोध्या में नर रूप में जन्म लिया है।
इस पर रावण क्रोधित हो गया। फिर रावण ने कुंभकरण को युद्ध के लिए मांस मदिरा का सेवन कराया और रावण से गले लग गया और रावण ने रामा दल के लिए जाने को कहा, जबकि कुंभकरण श्री राम के हाथों मरना उचित समझता था और युद्ध में लड़ने के लिए चला गया।
श्री राम और कुंभकरण में भयंकर युद्ध हुआ। युद्ध के दौरान कुंभकरण श्री राम के हाथों मारा गया।