सिकंदराबाद के भाटियावाड़ा मोहल्ले में अनीस गाजी द्वारा मल्लू गाजी के नाम पर किए गए चौक नामकरण को लेकर विवाद गहराया। नागरिकों की आपत्ति पर पुलिस ने पत्थर हटवाया। आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की।
सिकंदराबाद: नगर के भाटियावाड़ा मोहल्ले में एक विवादित नामकरण को लेकर उपजा विवाद अब शांत हो गया है। मोहल्ले के निवासी अनीस गाजी द्वारा अपने पिता मल्लू गाजी के नाम पर सार्वजनिक मार्ग पर पत्थर लगाकर उस स्थान का नाम “मल्लू गाजी चौक” रख दिया गया था। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप दीक्षित सहित कुछ स्थानीय लोग भी मौजूद थे।
हालांकि, इस नामकरण पर स्थानीय नागरिकों ने आपत्ति जताई। नागरिकों का कहना था कि मल्लू गाजी का सिकंदराबाद के इतिहास या जनसेवा में कोई योगदान नहीं रहा है, और सार्वजनिक स्थान का इस तरह निजीकरण करना अनुचित है।
इस घटना को लेकर क्षेत्र में असंतोष फैल गया और मोहल्लेवासियों ने एकजुट होकर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की।
शुक्रवार शाम कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार शाही ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर उक्त पत्थर को हटवा दिया।
परिजनों ने प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध न करते हुए कहा कि शहर में आपसी सौहार्द और शांति बनाए रखना आवश्यक है, इसी उद्देश्य से पत्थर को हटाने का निर्णय लिया गया।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि सिकंदराबाद में सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन और नागरिक दोनों ही सजग और सक्रिय हैं। पत्थर हटाए जाने के बाद क्षेत्रवासियों ने प्रशासन का आभार व्यक्त किया और राहत की सांस ली।