सिकंदराबाद स्थित 500 वर्ष पुराने झारखंडेश्वर शिव मंदिर में सावन के पहले दिन हजारों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। कहा जाता है कि यह शिवलिंग स्वयं भूमि से प्रकट हुआ था और यहां सच्ची श्रद्धा से मांगी गई हर मनोकामना पूर्ण होती है।
सिकंदराबाद: सावन माह के प्रथम दिन शिव भक्तों की आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। नगर के झारखंडी क्षेत्र स्थित झारखंडेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए दूर-दूर से पहुंच रहे हैं और बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर पुण्य लाभ ले रहे हैं।
बताया जाता है कि यह मंदिर लगभग 500 वर्ष पुराना है और इसकी विशेषता यह है कि शिवलिंग स्वतः भूमि से प्रकट हुआ था। मंदिर के पुजारी मनोज गिरी ने बताया कि उनकी 10 से 15 पीढ़ियाँ इस प्राचीन मंदिर की सेवा में लगी रही हैं। उन्होंने कहा कि यह मंदिर श्रद्धा का ऐसा केंद्र है जहाँ हर मनोकामना पूर्ण होती है।
स्थानीय श्रद्धालु सुंदर सैनी ने बताया कि झारखंडेश्वर शिव मंदिर उनके पूर्वजों की आस्था का प्रतीक रहा है। वर्षों से उनका परिवार यहां पूजा-अर्चना करता आ रहा है। उन्होंने कहा, “जो भी भक्त सच्चे मन से बाबा से कुछ मांगता है, उसकी हर इच्छा पूरी होती है।”
सावन के इस पावन महीने में मंदिर में रोजाना 3000 से 4000 श्रद्धालु पहुंचकर जलाभिषेक करते हैं। मंदिर प्रांगण में भक्ति, श्रद्धा और उत्साह का वातावरण देखते ही बनता है। प्रशासन ने भक्तों की सुविधा हेतु सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल व प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी की है।