वैर बादशाहपुर में बिजली उपकेंद्र पर तैनात टीजी-टू पर जेई बनकर अवैध वसूली करने का आरोप। ग्रामीणों ने 15 हजार की वसूली और बिल सुधार का मामला उठाया। एसडीओ ने जांच कमेटी गठित की।
सिकंदराबाद: क्षेत्र के वैर बादशाहपुर गांव निवासी कृष्ण भाटी ने बिजली उपकेंद्र पर तैनात एक टीजी-टू कर्मचारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित का कहना है कि उक्त कर्मचारी खुद को उपकेंद्र का जूनियर इंजीनियर (जेई) बताकर अवैध वसूली कर रहा है।
कृष्ण भाटी ने बताया कि उनके घरेलू कनेक्शन का प्रति माह लगभग 800 रुपये का बिल आता है, लेकिन पिछले माह अचानक 20 हजार रुपये का बिल थमा दिया गया। बिल सही कराने के लिए जब वे टीजी-टू के पास पहुंचे तो उसने 15 हजार रुपये में बिल शून्य करने का आश्वासन दिया। भाटी ने आरोप लगाया कि उन्होंने 15 हजार रुपये नकद भुगतान कर दिए, जिसके बदले उन्हें केवल 9 हजार रुपये की रसीद दी गई, जबकि 6 हजार रुपये की कोई रसीद नहीं दी गई।
इसी तरह गांव के अन्य निवासी मुकेश, नरेंद्र और जितेंद्र ने भी उक्त टीजी-टू पर जेई बनकर धमकाने और बिजली चोरी के मामलों में फंसाने की धमकी देकर अवैध वसूली करने के आरोप लगाए हैं।
इस संबंध में एसडीओ विजय भारती ने बताया कि मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। इस प्रकरण की जांच के लिए एक समिति गठित कर दी गई है और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।