खुर्जा में योगी सरकार की पहल पर बना अनोखी दुनिया – दुनिया का पहला सिरेमिक वेस्ट पार्क। 80 टन सिरेमिक कचरे से बनी 100 से ज्यादा कलाकृतियां, 5.86 करोड़ की लागत से तैयार।सितंबर के अंत तक खुलेगा, डिज्नी वर्ल्ड और जुरासिक पार्क को देगा मात।
बुलंदशहर: योगी सरकार लगातार प्रदेश के पारंपरिक उद्योगों को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने की दिशा में काम कर रही है। इसी कड़ी में बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण की पहल पर खुर्जा में दुनिया का पहला सिरेमिक वेस्ट पार्क तैयार किया गया है, जिसे नाम दिया गया है – “अनोखी दुनिया” यह पार्क “वेस्ट-टू-आर्ट” का बेहतरीन उदाहरण है और सितंबर माह के अंत तक पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।
80 टन कचरे से बनी कलाकृतियां
करीब 2 एकड़ क्षेत्र में फैले इस पार्क में छह कलाकारों और 120 कारीगरों की टीम ने मिलकर 100 से अधिक अनोखी कलाकृतियां तैयार की हैं। इनमें से 28 बड़ी कलाकृतियां खास आकर्षण का केंद्र हैं।
- टूटी हुई सुराहियों, कप, केतली और अन्य बर्तनों के टुकड़ों से बनाई गईं भव्य संरचनाएं
- बच्चों के लिए गेमिंग जोन, रंग-बिरंगे सेल्फी प्वाइंट और कैफे
- पार्क में ग्रीनरी और हार्टिकल्चर का विशेष ध्यान
5.86 करोड़ की लागत से बना, पीपीपी मॉडल पर तैयार
पार्क 5 करोड़ 86 लाख रुपये की लागत से पीपीपी मॉडल पर तैयार हुआ है। इसे सजाने-संवारने के लिए 80 टन सिरेमिक वेस्ट का इस्तेमाल किया गया। पार्क के रखरखाव और सुंदरता को बनाए रखने के लिए पर्यटकों से न्यूनतम शुल्क लिया जाएगा।
खुर्जा की पहचान को मिलेगा वैश्विक मंच
बुलंदशहर-खुर्जा विकास प्राधिकरण के वीसी डॉ. अंकुर लाठर ने बताया कि खुर्जा को ‘सिरेमिक की राजधानी’ कहा जाता है। यहां के बर्तन और कलात्मक डिज़ाइन देश-विदेश में अपनी पहचान रखते हैं। अनोखी दुनिया पार्क से न केवल इस विरासत को नया आयाम मिलेगा, बल्कि स्थानीय उद्योग और बाजार को भी बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटन और रोजगार को मिलेगी उड़ान
यह पार्क डिज्नी वर्ल्ड और जुरासिक पार्क जैसी जगहों को टक्कर देगा। यहां आने वाले देश-विदेश के पर्यटक स्थानीय बाजार से सिरेमिक उत्पाद भी खरीदेंगे, जिससे रोजगार के नए अवसर बनेंगे और शहर की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
👉 अनोखी दुनिया पार्क न सिर्फ कचरे को कला में बदलने का अनूठा उदाहरण है बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पर्यटन और स्वच्छ भारत विजन का जीवंत मॉडल भी है।